• India
  • Last Update September 21, 2023 12:30 PM
  • 30℃ Bhilai, India

बीजापुर में ग्रामीण की हत्या मामले में नक्सलियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज...जानिए पूरा मामला 

news-details
बीजापुर एसपी अंजय वैष्णव ने बताया कि पीड़ित परिवार प्राथमिकी दर्ज कराना चाहती थी दो दिन पूर्व तर्रेम थाने में एफआइआर दर्ज कर ली गई है। पीड़ित परिवार द्वारा जो हड्डियां उपलब्ध करवाई गई हैं,उससे सेंपल ले कर जांच के लिए लैब भेजा जा रहा है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

बीजापुर। जिले में तर्रेम थाना क्षेत्र के वट्टीगुड़ा गांव का एक परिवार नक्सलियों के विरुद्ध हत्या का मामले में सबूत के रूप में मृतक की जली हुई हड्डियां लेकर थाना पहुंचे थे। हालांकि इस मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। जानकारी के अनुसार भद्राचलम तेलंगाना पुलिस की सूचना पर बीजापुर पुलिस ने नक्सलियों के खिलाफ ग्रामीण की हत्या के आरोप में एफआईआर दर्ज करने मृतक के परिवार वालों से संपर्क किया था। 29 मई को बीजापुर पहुंचे मृतक मड़कम आयता के स्वजन से पुलिस ने जब हत्या के सबूत मांगें तो स्वजन ने पुलिस के सामने अस्थियां रख दी। अब पुलिस हड्डियों को डीएनए जांच के लिए भेज रही है।

दरअसल, यह घटना दो माह पहले 27 मार्च की है। तेलंगाना के राजूनगरम से मड़कम आयता अपने पुस्तैनी गांव वट्टीगुड़ा पहुंचा था। नक्सलियों ने उसका अपहरण कर लिया और जनअदालत लगाकर गाला घोंट कर हत्या कर दी थी। घटना के बाद मृतक के स्वजन डर गए और किसी को घटना की सूचना नही दी। दो माह बाद खुद ही नक्सलियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने सामने आए हैं। मृतक के भतीजे देवा मड़कम ने बताया कि उसके चाचा मड़कम आयता ने 2005 में दूसरी शादी कर ली थी, उस समय नक्सलियों ने इसका विरोध किया था। अपनी जान बचाने के लिए वह तेलंगाना के राजूनगरम चला गया और खेती करने लगा। उस समय उसकी दूसरी पत्नी ज्योति मड़कम भी तेलंगाना में रहने लगी। धीरे-धीरे समय बीतने लगा तो मड़कम आयता अपने पैतृक गांव आने-जाने लगा।

आरोप-जनअदालत में नक्सलियों ने की थी हत्या
मृतक मड़कम आयता जब भी तेलंगाना से छत्तीसगढ़ आता था तब तब इस बात का ध्यान रखता था कि उसके आने की खबर नक्सलियों को ना लगे। लगातार अपने गांव से सुरक्षित वापस तेलंगाना लौटने से धीरे-धीरे उसका डर काम होने लगा। 27 मार्च को एक बार फिर वह अपने ट्रैक्टर से मजदूर लेने और अपनी पहली पत्नी के बच्चों से मिलने अपने गांव वट्टीगुड़ा आया हुआ था। इस दौरान उसके साथ उसका साथी पाण्डु भी था। जो उसके साथ ही तेलंगाना में बस चुका है। मड़कम आयता और पाण्डु के गांव आने की खबर नक्सलियों को लग गई। नक्सलियों ने दोनों को अपने कब्जे में ले लिया और जनअदालत लगाकर मड़कम आयता और पाण्डु को रस्सियों से गाला घोंटकर हत्या कर दी।

जांच में जुटी पुलिस, हड्डियों को भेजा गया लैब
बीजापुर एसपी अंजय वैष्णव ने बताया कि पीड़ित परिवार प्राथमिकी दर्ज कराना चाहती थी दो दिन पूर्व तर्रेम थाने में एफआइआर दर्ज कर ली गई है। पीड़ित परिवार द्वारा जो हड्डियां उपलब्ध करवाई गई हैं,उससे सेंपल ले कर जांच के लिए लैब भेजा जा रहा है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। जांच के बाद ही पूरा मामला स्पष्ट हो सकेगा।

You can share this post!