आंकड़ों के मुताबिक सबसे कम बेरोजगारी दर वाले राज्यों में हिमांचल प्रदेश पहले नंबर पर है, जहां जहां 0.2 फीसदी लोग बेरोजगार हैं जबकि 0.6 फीसदी के साथ छत्तीसगढ़ दूसरे स्थान पर है।
रायपुर। सबसे कम बेरोजगारी दर वाले राज्यों में छत्तीसगढ़ दूसरे नंबर पर है। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (सीएमआईई) ने बेरोजगारी दर के आंकड़े जारी किए। आंकड़ों के मुताबिक सबसे कम बेरोजगारी दर वाले राज्यों में हिमांचल प्रदेश पहले नंबर पर है, जहां जहां 0.2 फीसदी लोग बेरोजगार हैं जबकि 0.6 फीसदी के साथ छत्तीसगढ़ दूसरे स्थान पर है। असम 1.2 प्रतिशत बेरोजगारी दर के साथ तीसरे स्थान पर है। वहीं, ओडिशा में बेरोजगारी दर 1.5 प्रतिशत, तो गुजरात और मध्यप्रदेश में यह आंकड़ा 1.6 प्रतिशत है।
दूसरी ओर, सर्वाधिक बेरोजगारी दर के मामले में हरियाणा पहले नंबर पर है, जहां 34.5 फीसदी बेरोजगारी दर दर्ज की गई है। बिहार में 21.1 फीसदी, जम्मू एवं काश्मीर में 15.6 फीसदी और गोवा में बेरोजगारी दर 15.5 फीसदी है। जबकि राष्ट्रीय बेरोजगारी दर का आंकड़ा मार्च के मुक़ाबले 0.9 फ़ीसदी बढ़कर 7.8 फीसदी पर जा पहुंचा है। राष्ट्रीय आंकड़ों को देखें तो अप्रैल में शहरी क्षेत्रों में 9.2 फीसदी और ग्रामीण क्षेत्रों का आंकड़ा 7.2 फीसदी है। इधर छत्तीसगढ़ में भूपेश सरकार की नीतियों की वजह से छत्तीसगढ़ ने यह उपलब्धि हासिल की है। यहां राज्य में नवाचार हुए, जिससे रोजगार के नए अवसर पैदा हुए और हर हाथ को काम मिला।
ऐसे समझें छत्तीसगढ़ में रोजगार
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राज्य सरकार ने समावेशी विकास के लक्ष्य के साथ काम करना शुरू किया। सुराजी गांव योजना के अंतर्गत नरवा-गरूवा-घुरवा-बाड़ी कार्यक्रम ने महती भूमिका निभाई तो दूसरी ओर गोधन न्याय योजना के साथ गौठानों को रुरल इंडस्ट्रियल पार्क के तौर पर विकसित किया गया, जिससे ग्रामीणों को रोजगार मिला। 65 प्रकार के लघु वनोपजों की खरीदी और इनके प्रसंस्करण से वनांचल में भी रोजगार मिला। किसान न्याय योजना से किसानों की दिलचस्पी कृषि की ओर बढ़ी। खेती का रकबा और उत्पादन बढ़ा। ग्रामीण कृषि भूमिहीन मजदूर योजना के तहत पौनी-पसारी व्यवस्था से जुड़े लोगों को आर्थिक सहायता मिली। राज्य में नई उद्योग नीति लागू की गई, जिसमें अनेक वर्गों और विभिन्न क्षेत्रों में सब्सिडी के प्रावधान किए गए। इससे उद्मिता विकास को गति मिली। छत्तीसगढ़ में कोरोना के दौरान में मनरेगा के तहत काम जारी रहा। महामारी अधिनियम के निर्धारित मापदंडों के साथ औद्योगिक इकाई में भी काम चलता रहा।
इन राज्यों में कम बेरोजगारी
हिमाचल 0.2
छत्तीसगढ़ 0.6
असम 1.2
ओडिश्ाा 1.5
मध्य प्रदेश्ा 1.6
गुजरात 1.6
कर्नाटक 2.7
उत्तर प्रदेश 2.9
महाराष्ट्र 3.1
तमिलनाडु 3.2
इन राज्यों में ज्यादा बेरोजगारी
हरियाणा 34.5
राजस्थान 28.8
बिहार 21.1
जम्मू-कश्मीर 15.6
गोवा 15.5
झारखंड 14.2
दिल्ली 11.2
तेलंगाना 9.9
पंजाब 7.2
बंगाल 6.2
केरला 5.8
आंध्र प्रदेश 5.3
उत्तराखंड 5.3